अमृत कलश

Wednesday, April 7, 2021

समय का सदुपयोग

 


कितनी लम्बी जिन्दगी लगाने लगती जब कोई काम न हो |पहले एक बार भगवान् से माँगा था अब तो थक गए हैं जीवन में काम करते करते |न जाने कैसे उसने सुन ली मेरी प्रार्थना

 तुम्हें बहुत चाह थी आराम की |लो करो आराम |पर अब यह न कहना

मुझे आराम नहीं काम चाहिए | फिर समस्या पैदा हुई “खाली बैठे मन नहीं लगता अब क्या करू”|

फिर से भगवान की की आराधना और  कहा”मुझे काम ही करना है |व्यर्थ समय किसी सत्कार्य में लगा कर कुछ  समय का सदुपयोग तो होगा |अब मेरी समझ में आगया है कैसे समय का उपयोग करूं|जब तक जिन्दगी है किसी न किसी कार्य में व्यस्त रही यदि जीवन सफल हो जाए |

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