अमृत कलश

Saturday, November 19, 2022

किस से शिकायत करूं

 


मुझे किसी से क्या चाहिए

शिकायत किससे करू

कोई नहीं सुनता मेरी

 हार थक कर आई हूँ

इधर उधर क्षमा मांगी |

किसी ने  सहारा न  दिया मुझे

 अब तक बेसहारा घूम रही हूँ

किसी से सहारे के लिए |

मैंने की अपेक्षा सबसे  अधिक ही

क्या यही थी भूल मेरी

यदि सहारा न दिया दूसरों ने

फिर से क्यों लौटी उन तक |

अपनी आदत न थी कभी

किसी से सहारा लेने की

पर अब समझ लिया है

 अपने आपको  सक्षम बना लेने की  |

अपनी आदतों में सुधार करना चाहा

कोशिश भी की है

 मन का भय भी

समाप्त न हो पाया आज तक |

मन को  संयत किया है

फिर भी अभी तक

 अपने ऊपर विशवास न हो पाया

अपने कदम बढ़ाने में

किसी का सहारा तो चाहिए |

1 comment:

  1. ऊपर वाले का सहारा ही सबसे बड़ा सहारा है, और उसके लिए कहीं जाने की ज़रूरत नहीं, बस अपने दिल में झाँकने की ज़रूरत है

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