अमृत कलश

Monday, February 14, 2022

 


 एक चिड़िया –

एक डाल पर चिड़िया बैठी  थी बहुत उदास कहीं दाना देखने को भी  नहीं था अब क्या करती |चूजों  को क्या खिलाती |सोचते सोचते उसे नींद आ गई |अचानक झटका लगा और गिरते गिरते बची |उसकी बगल में एक और चिड़िया बैठी थी |बहन चिंता क्यों करती ही कभी प्रयत्न विफल नहीं होते |कोशिश करो कुछ तो मिल ही जाएगा|

वह  और ऊंची ड़ाल पर चढी और उसे एक  अनाज का ढेर दिखाई दिया |बह खुशी से नाच उठी और दाना लेने चल दी |वहां पहुँच कर देखा वहां बहुत कडा पहरा था |उसने जुगत लगाई और मीठी आवाज में एक गीत गाने लगी |पहरेदार इतने मुग्ध हुए किवः भूल गए क्या करने आए थे |धीरे से वःह गोदाम में घुस् गई और आवश्यकता के लायक अनाज  चौच में दाना भरा और अपने घोंसले की ओर चल दी |उसने लालच नहीं किया |

बच्चों इससे यह शिक्षा मिलाती है कि कोई काम यदि मन से चित्त लगा कर करोगे कोई देर नही होगी

उसे पूरा करने में |

आशा 

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