है ऐसा क्या तुममें
सब तुम पर होते निसार
है क्या विशेष तुम में
अति का करते तुमसे प्यार |
हो तुम आम लड़की जैसी
पर हर कार्य में निपुण
जो देखता तुम्हें
हो जाता तुम पर निसार |
हो आधुनिक युग की नारी
किसी से कम नहीं
सब कार्य कर सकती हो
किसी की नहीं आस |
आशा सक्सेना
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