एक कहानी
मेरी नानी प्यारी नानी
मुझे सुना दो एक कहानी |
जिसमें चन्दा तारे ना हों
पतझड़ और बहारें ना हों |
परी देव की ना हो कहानी
राजा रानी की न सुहानी |
ना फूलों की, पशु पक्षी की
ना भौरे की, मधुमक्खी की |
ना देवों की, ना दानव की
ना पशुओं की, ना मानव की |
हो वह देश भक्ति की बाँकी
किसने किसकी कीमत आँकी |
किसने उस पर तनमन वारा
कौन देश पर गया उबारा |
किसने गाली गोली खाई
किसने फाँसी सूली पाई |
कौन शत्रु पर टूट पड़ा था
कौन युद्ध में अजय खड़ा था |
कैसे यह स्वतंत्रता पाई
फिर भारत में हलचल छाई |
कैसे आशा छाई सुहानी
मुझे सुना दो वही कहानी |
किरण
मुझे सुना दो एक कहानी |
जिसमें चन्दा तारे ना हों
पतझड़ और बहारें ना हों |
परी देव की ना हो कहानी
राजा रानी की न सुहानी |
ना फूलों की, पशु पक्षी की
ना भौरे की, मधुमक्खी की |
ना देवों की, ना दानव की
ना पशुओं की, ना मानव की |
हो वह देश भक्ति की बाँकी
किसने किसकी कीमत आँकी |
किसने उस पर तनमन वारा
कौन देश पर गया उबारा |
किसने गाली गोली खाई
किसने फाँसी सूली पाई |
कौन शत्रु पर टूट पड़ा था
कौन युद्ध में अजय खड़ा था |
कैसे यह स्वतंत्रता पाई
फिर भारत में हलचल छाई |
कैसे आशा छाई सुहानी
मुझे सुना दो वही कहानी |
किरण
मम्मी की बालोपयोगी रचनाओं का यह ब्लॉग खोल कर आपने बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया है जीजी ! अब पाठकों तक उनकी बाकी अनमोल रचनाएं भी पहुँच सकेंगी ! यह रचना भी बेहद सुन्दर है ओज, ऊर्जा तथा देशप्रेम की भावना से ओत प्रोत ! पढ़ कर मन खुश हो गया ! इस सराहनीय कदम के लिये बधाई एवं आभार !
ReplyDeleteमां जी की यह बाल कविता उच्च कोटि की है।
ReplyDeleteउनकी और रचनाओं की प्रतीक्षा रहेगी।
बहुत सुन्दर और प्रेरणादायक रचना!
ReplyDeleteमहेंद्र जी ब्लॉग पर आने के लिए आभार |
ReplyDeleteइसी प्रकार स्नेह बनाए रखें |
मुझे मम्मी की कवितायेँ और रचनाएँ यहाँ पोस्ट करने की प्रेरणा मिलेगी
आशा
शास्त्री जी ,
ReplyDeleteसर आपका इस ब्लॉग पर स्वागत है |आभार
आशा
आशा जी ,
ReplyDeleteमाँ ज्ञानवती जी कि बालोपयोगी रचनाएँ यहाँ प्रेषित करने के लिए बधाई ... और आभार ..
स्वतंत्रता और वीरों की कहानी सुनाने की बाल इच्छा बहुत अच्छी लगी ..
आदरणीय आशा माँ
ReplyDeleteनमस्कार
सराहनीय कदम के लिये बधाई एवं आभार !
आगे भी नानी जी की रचनाओं की प्रतीक्षा रहेगी।
बहुत ही बढ़िया।
ReplyDeleteसादर
बहुत जानदार...रुकी है मुझ पर!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.और रचनाओं की प्रतीक्षा रहेगी।
ReplyDeleteवाह बहुत ही प्यारा संदेश देती कविता।
ReplyDeleteमित्रता दिवस की शुभकामनायें।