बूझो तो जाने
१-
चाटुकार है वह गरवीला ,बड़ी निराली उसकी लीला
जैसा देखे तुरत बतावे ,हर घर में वह आदर पावे |
२-
आगे आगे आप चले तो पीछे पीछे लाल
टूटे हुए अंग को जोड़े देखो सखी कमाल |
१-
चाटुकार है वह गरवीला ,बड़ी निराली उसकी लीला
जैसा देखे तुरत बतावे ,हर घर में वह आदर पावे |
२-
आगे आगे आप चले तो पीछे पीछे लाल
टूटे हुए अंग को जोड़े देखो सखी कमाल |
पहली पहेली का उत्तर तो 'दर्पण' होना चाहिये ! दूसरी समझ में नहीं आ रही है ! शायद उसमें कोई त्रुटि है ! नहीं तो आप ही सही हल बता दीजिए !
ReplyDeleteहाँ अब कुछ तर्कसंगत लग रही है पहेली ! पहले भूलवश 'आप' की जगह 'पाप' छप गया था तो समझ में नहीं आ रही थी ! मेरे विचार से इसका उत्तर सुई डोरा होना चाहिये !
ReplyDeleteकल 27/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
jeevan inhin paheliyon mein chhupa hai....
ReplyDeletejisne khoj nliya uttar vahi samjho jiya hai..
साधना जी ,यशवंत जी और पूनम जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद टिप्पणी के लिए |
ReplyDeleteआशा
सुन्दर पहेलियाँ....
ReplyDeleteसादर बधाई...
बहुत बढ़िया..
ReplyDeleteअब कहाँ कोई पहेली बूझता है...
अच्छा लगा पढ़ कर.
ब्लॉग पर आकार टिप्पणी करने के लिए आभार |
ReplyDeleteआशा